चल रहे हैं रास्ते मुसाफिर भी जा रहे कुछ बिछ़ुड़ रहे तो कुछ मिल रहे !! खुल रही हैं खि चल रहे हैं रास्ते मुसाफिर भी जा रहे कुछ बिछ़ुड़ रहे तो कुछ मिल रहे !! ख...
तक सुन पाओगे मिट जाएगा जब तेरी सृष्टि से तेरा ही विधि विधान।। तक सुन पाओगे मिट जाएगा जब तेरी सृष्टि से तेरा ही विधि विधान।।
ओ पर्वत दिगारा ! इतनी करुण पुकारें, तुझे सुनायी दे रही क्यूं नहीं हैं।। ओ पर्वत दिगारा ! इतनी करुण पुकारें, तुझे सुनायी दे रही क्यूं नहीं हैं।।
सबल सक्षम धैर्य धीर पराक्रम पुरुषार्थ नेतृत्व महान है।। सबल सक्षम धैर्य धीर पराक्रम पुरुषार्थ नेतृत्व महान है।।
आखिर कब खत्म होगा ये अकेलापन का सफर नोचता है खसोटता है ये अकेलापन....। आखिर कब खत्म होगा ये अकेलापन का सफर नोचता है खसोटता है ये अकेलापन....।
जिंदगी फिर यूँ ही निभा जाऊंगी। जिंदगी फिर यूँ ही निभा जाऊंगी।